UPS: अगर आप केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं और अब तक यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के लिए आवेदन नहीं किया है, तो सावधान हो जाइए! सरकार ने UPS का विकल्प चुनने के लिए 30 जून 2025 की अंतिम तिथि निर्धारित की है। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए लाई गई है जो NPS के तहत आते हैं लेकिन पुरानी पेंशन जैसी गारंटीड पेंशन पाना चाहते हैं।
UPS के अंतर्गत रिटायरमेंट के बाद आपको अंतिम वेतन का 50% तक निश्चित पेंशन मिलेगा। यदि आपने इस तिथि तक UPS का विकल्प नहीं चुना तो आप NPS में बने रहेंगे और दोबारा यह विकल्प नहीं मिलेगा। समय रहते आवेदन कर गारंटीड पेंशन का लाभ उठाएँ वरना यह सुनहरा मौका हमेशा के लिए हाथ से निकल जाएगा।
UPS: क्या है UPS ?
UPS यानी यूनिफाइड पेंशन स्कीम एक नई सरकारी योजना है, जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों को गारंटीड पेंशन देने के लिए लाई गई है। पहले जो नए कर्मचारी नियुक्त होते थे उन्हें NPS (National Pension System) में रखा जाता था, जिसमें पेंशन की राशि शेयर मार्केट पर निर्भर होती थी यानी यह तय नहीं होता था कि रिटायरमेंट के बाद कितना पेंशन मिलेगा।
अब सरकार ने UPS के जरिए एक मौका दिया है कि जो कर्मचारी NPS में है वह UPS चुन सकते हैं, जिसमें रिटायरमेंट के बाद उन्हें आखिरी तनख्वाह का 50% हर महीने पेंशन के तौर पर मिलेगा, बिल्कुल पुरानी पेंशन योजना (OPS) की तरह।
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UPS: कौन कर सकता है आवेदन?
- UPS केवल केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए लागू है (राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए नहीं)।
- कर्मचारी की नियुक्ति का आदेश 1 जनवरी 2004 या उससे पहले का होना चाहिए। भले ही उसने जॉइनिंग बाद में की हो।
- ऐसे कर्मचारी जो वर्तमान में NPS में शामिल हैं, लेकिन जिनकी नियुक्ति 1 जनवरी 2004 या उससे पहले की है, वह UPS का विकल्प चुन सकते हैं।
- UPS का विकल्प केवल एक बार ही चुना जा सकता है। एक बार UPS चुनने या न चुनने के बाद उसमें बदलाव संभव नहीं होगा।
UPS: UPS के फायदे
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के कई फायदे हैं जो केंद्र सरकार कर्मचारियों के लिए इस आकर्षक विकल्प बनाते हैं आईए जानते हैं कुछ मुख्य फ़ायदों के बारे में:
- रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को अंतिम वेतन का 50% तक पेंशन मिलेगा और यह पेंशन हर महीने जीवन भर मिलती रहेगी।
- यह योजना लगभग पुरानी पेंशन योजना (OPS) की तरह है जिसमें कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
- NPS में पेंशन शेयर मार्केट पर निर्भर होती है, लेकिन UPS में कोई मार्केट रिस्क नहीं होता।
- रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों की मृत्यु होने पर विधवा/विधुर को फैमिली पेंशन मिलती है।
UPS: NPS या UPS, कौन बेहतर?
UPS और NPS दोनों की अपनी-अपनी खूबियाँ और सीमाएँ हैं। लेकिन अगर आप सिर्फ रिटायरमेंट के बाद पक्की और तयशुदा पेंशन के नजरिए से सोच रहे हैं तो UPS बेहतर है जिसे आप निम्नलिखित सारणी के माध्यम से समझ सकते हैं:
बिंदु (Points) | UPS (Unified Pension Scheme) | NPS (National Pension System) |
---|---|---|
पेंशन राशि | अंतिम वेतन का 50% निश्चित पेंशन) | पेंशन बाजार प्रदर्शन पर निर्भर |
जोखिम | कोई जोखिम नहीं | शेयर बाजार पर आधारित,( जोखिम मौजूद |
पेंशन स्थिरता | आजीवन तय पेंशन | पेंशन राशि बदल सकती है |
योगदान | कर्मचारी/सरकार दोनों मिलकर | कर्मचारी और सरकार दोनों अंशदान करते हैं |
परिवार को पेंशन | सेवानिवृत्ति के बाद जीवनसाथी को पेंशन | परिवार को आंशिक लाभ |
सेवानिवृत्ति के बाद सुरक्षा | अधिक (तय पेंशन के कारण) | कम (बाजार पर निर्भरता के कारण) |
सामान्य समझ | पुरानी पेंशन जैसी | निवेश योजना जैसी |
उपलब्धता | कुछ विशेष पात्र कर्मचारियों के लिए | सभी नए सरकारी कर्मचारियों के लिए |
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